उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) में इन दिनाें प्रवक्ता सिविल सेवा अभियंत्रण पद पर भर्ती के लिए इंटरव्यू चल रहे हैं। वहां तमाम अभ्यर्थी दूसरे जिलों और प्रदेशों से इंटरव्यू देने पहुंच रहे हैं।
आयोग के सचिव की ओर से शासन को रिपोर्ट भेजी गई है कि कोरोना से बचाव के पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं जबकि उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयेाग कर्मचारी/अधिकारी संघ के अध्यक्ष दिनेश कुमार का दावा है कि आयोग के सचिव ने शासन को गलत रिपोर्ट भेजी है। आयोग के ज्यादातर कर्मचारियों को मास्क नहीं मिले हैं और न ही सेनेटाइजर की व्यवस्था है।
शुक्रवार को कर्मचारी/अधिकारी संघ के अध्यक्ष दिनेश कुमार ने आयोग के अध्यक्ष डॉ. प्रभात कुमार से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। आयोग अध्यक्ष ने कहा कि अगर कोई कर्मचारी कार्यालय नहीं आना चाहता है तो वह लिखित रूप से सूचना देकर 31 मार्च तक छुट्टी पर रह सकता है। इस दौरान कर्मचारी के वेतन का भुगतान किया जाएगा।
दिनेश कुमार का कहना है कि आयोग में चल रहे प्रवक्ता सिविल अभियंत्रण के इंटरव्यू में रोज 90-90 के बैच में अभ्यर्थियों को बुलाया जा रहा है। इंटरव्यू 25 मार्च तक चलाना है। इसमें दूसरे जिलों एवं प्रदेशों के अभ्यर्थी शामिल हो रहे हैं। ऐसे में आयोग कर्मियों पर संक्रमित होने का खतरा मंडरा रहा है और बचाव के कोई पुख्ता इंतजाम नहीं हैं। उधर, सचिव जगदीश का कहना है कि इंटरव्यू और सत्यापन में लगे सभी कर्मचारियों को मास्क एवं अन्य जरूरी सुविधा उपलब्ध कराई गई हैं।