निर्भया के गुनहगारों की फांसी पर क्या बोली गोरखपुर की महिलाएं?

निर्भया के दोषियों को फांसी देने के फैसला का सभी ने स्वागत किया। आधी आबादी को विश्वास है कि शायद इस कड़े संदेह के बाद समाज में जघन्य अपराध पर अंकुश लगेगा और महिलाएं सुरक्षित होंगी। महिलाएं यह मानती है कि फैसला देरी से आया है, इसे और पहले आना चाहिए था मगर देर से ही सही दुरुस्त फैसला का संदेश अच्छा है।


निर्भया के दोषियों को फांसी देने के फैसला का सभी ने स्वागत किया। आधी आबादी को विश्वास है कि शायद इस कड़े संदेह के बाद समाज में जघन्य अपराध पर अंकुश लगेगा और महिलाएं सुरक्षित होंगी। महिलाएं यह मानती है कि फैसला देरी से आया है, इसे और पहले आना चाहिए था मगर देर से ही सही दुरुस्त फैसला का संदेश अच्छा है।

कूड़ाघाट निवासी कविता मिश्रा ने कहा कि आज सही मायने में निर्भया को न्याय मिला। देर से सही दुरुस्त हुआ है। इससे दरिंदों के मन में डर पैदा होगा और महिलाएं सुरक्षित होंगी। कोर्ट को इसी तरह के फैसले लेने चाहिए।

गोरखनाथ निवासी सीमा पांडेय ने कहा कि महिलाओं के खिलाफ बढ़ रहे अपराध पर लगाम के लिए यह बहुत जरूरी है। देर हुई लेकिन न्याय हुआ। इस तरह के देश में कई मामले विचाराधीन हैं, इसमें भी कोर्ट को जल्द और इसी तरह का कड़ा फैसला सुनाया चाहिए।

झंगहा निवासी नीलम सरोज ने कहा कि इस फैसले से एक बड़ा संदेश यह आया है कि अब कोई महिलाओं के साथ अत्याचार कर बच नहीं पाएगा। यह निर्भया ही नहीं देश की सभी बेटियों के लिए सही मायने में न्याय है।

कूड़ाघाट निवासी ममता त्रिपाठी ने कहा कि आज देश की सभी महिलाएं खुश है। महिला के साथ गलत करने वाला किसी भी हालत में कानून से बच नहीं पाएगा। महिलाओं से जुड़े अपराध में कोर्ट को इसी तरह के कड़े फैसले सुनाने चाहिए।