शुक्रवार की शाम बरुआसागर के पास तेज गति से आ रहीं दो बाइकों की भिड़ंत में किशोर समेत तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि एक अन्य गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज लाया गया। हालत नाजुक देखते हुए चिकित्सकों ने उसे ग्वालियर रेफर कर दिया।
शुक्रवार शाम साढ़े छह बजे मध्य प्रदेश के जिला निवाड़ी के सेंदरी स्थित बमरौली गांव निवासी आशीष राजपूत (17) अपने साथी मिथलेश राजपूत (30) के साथ बाइक पर सवार होकर थाना बरुआसागर के बेरीसालपुरा जाने को निकले। अभी दोनों बरुआसागर के पास स्थित खड़ेसर के पास पहुंचे थे, तभी सामने से आ रही बाइक से टक्कर हो गई। इस बाइक पर बरुआसागर के बेरीसालपुर निवासी गुलाब सिंह (50) व महेश (55) सवार थे। दुर्घटना में दोनों बाइकों पर सवार चारों लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने चारों को गंभीर हालत में उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज भेजा। वहां उपचार के दौरान घायल आशीष, गुलाब व महेश ने दम तोड़ दिया। हालत नाजुक होने पर मिथलेश को ग्वालियर रेफर कर दिया गया। पुलिस ने तीनों शवोें को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। तीन लोगों की मौत की खबर मिलते ही मेडिकल कॉलेज में लोगों की भीड़ लगी रही।
बताया गया है कि आशीष व मिथलेश दोस्त थे। दोनों की शादी नहीं हुई थी। आशीष नानी के घर रहता था। उसके पिता व मां का निधन हो चुका है। मौत से घर में कोहराम मचा हुआ है। वहीं मृतक गुलाब सिंह व महेश खेती करते थे। खेत से लौटते समय हादसे का शिकार हो गए। गुलाब के दो बच्चे व महेश के तीन बच्चे हैं।
हेलमेट पहनते तो शायद बन जाती तीनों की जान
बरुआसागर में हुए सड़क हादसे में मृतक आशीष, गुलाब व महेश ने यदि हेलमेट पहना होता तो तीनों की जान बच सकती थी। सिर में गंभीर चोटें आने के कारण तीनों की जान चली गई। जबकि, घायल मिथलेश जिंदगी से संघर्ष कर रहा है। बताया गया है कि दोनों बाइकों की स्पीड अधिक थी। ऐसे में टक्कर होने से बाइकें भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गईं।
हादसों के बाद भी जागरूक नहीं हो रहे लोग
लगातार हो रहे हादसों में हेलमेट न पहनने के कारण लोगों की जान जा रही है, लेकिन इसके बाद भी लोग सबक लेने को तैयार नहीं हैं। प्रशासन भी लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान चला रहा है। सड़क सुरक्षा सप्ताह के तहत पुलिस चालान भी काट रही है, लेकिन इसके बाद भी लोग हेलमेट पहनने को तैयार नहीं हैं।