वर्तमान पीढ़ी वह पीढ़ी है जो न केवल खुली आंखों से सपने देखना जानती है बल्कि उन्हें हकीकत में बदलने का हुनर भी रखती है। हम अक्सर ऐसे बच्चों के बारे में सुनते हैं जिन्हें चाइल्ड प्रोडिजी कहा जाता है, ये वो प्रतिभावान बच्चे होते हैं जिनमें किसी विशेष क्षेत्र की प्रतिभा सामान्य बच्चों से बहुत अच्छे दर्जे की होती है। ऐसे ही एक बालक हैं 14 वर्ष के नील नैय्यर।
नील को मात्र 14 वर्ष की उम्र में 107 संगीत वाद्य बजाने में निपुणता हासिल है और इसी वजह से वे विश्व कीर्तिमान स्थापित कर चुके हैं, नील का यह द्वितीय विश्व कीर्तिमान है। इसके पहले 2018 में 44 संगीत वाद्य बजाकर उन्होंने 27 वर्षीय संगीतज्ञ के विश्व कीर्तिमान को तोड़कर सारी दुनिया को आश्चर्यचकित कर दिया था।
भारतीय मूल के नील नैयर तकरीबन 10 वर्ष पहले अपने माता पिता के साथ यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका विस्थापित हुए थे, संगीत वाद्यों की तरफ उनका रुझान बहुत छोटी उम्र से ही था, जिसकी तरफ उनके पिता का ध्यान तब गया जब भी मात्र 7 वर्ष के थे उनकी पिता ने तभी से उन्हें संगीत वादियों में शिक्षा दिलाने आरंभ कर दी थी । नील ने ना केवल अलग-अलग संगीत संस्थानों से संगीत वाद्यों में शिक्षा हासिल की है बल्कि चीन भारत एवं इटली के बड़े संगीत गुरुओं की ऑनलाइन क्लासेस भी अटेंड की है।नील अथक मेहनत का नतीजा यह रहा की मात्र 12 वर्ष की उम्र में उन्होंने प्रथम विश्व रिकॉर्ड हासिल कर लिया।
वर्तमान में नील नैयर उन चुनिंदा प्रतिभाओं में से एक हैं जिनका नाम याहू और गूगल के सर्च इंजन में सबसे ज्यादा सर्च किए जाने वाले नामों में से एक है, विश्व भर के बड़े-बड़े चैनल एवं समाचार पत्र उनकी संगीत यात्रा को प्रकाशित कर चुके हैं। अपनी अद्भुत प्रतिभा की वजह से वे न केवल नामी-गिरामी टीवी शो जैसे अमेरिका हस गौट टैलेंट, स्टीव हार्वे शो सैक्रामेंटो एनबीए गेम्स का हिस्सा बन चुके हैं बल्कि सिटी ऑफ ए्ल्क ने उन्हें मेडल ऑफ मेयर के खिताब से भी सम्मानित किया है।